अमर उजाला नेटवर्क, जम्मू
Updated Tue, 29 Sep 2020 03:14 PM IST
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इससे पहले सोमवार सुबह जम्मू-कश्मीर में 4.2 की तीव्रता से भूकंप आया था, जिसकी गहराई सतह से महज पांच किलोमीटर नीचे थी।
इससे पहले शनिवार को भी दोपहर के वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी द्वारा रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.8 मापी गई थी, जबकि भूकंप के केंद्र की गहराई सतह से 120 किलोमीटर नीचे थी।
शनिवार से पहले गुरुवार को भी सुबह 08:19 बजे गुलमर्ग में 3.7 तीव्रता से भूकंप आया था। इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर आ गए थे। इससे पहले मंगलवार को भी जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। लोग धरती हिलते ही अपने घरों से बाहर आ गए।
इससे पहले भी 11 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही। हालांकि झटके बहुत तेज नहीं थे, लेकिन जब लोगों को महसूस हुए तो वह अपने घरों से बाहर निकल आए थे।
इस भूकंप का केंद्र भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर बताया गया था। भूकंप 11 सितंबर को दोपहर 1.53 बजे आया था। इसकी गहराई धरती से 10 किलोमीटर नीचे थी। भूकंप के लिहाज से जम्मू-कश्मीर संवेदनशील इलाके में आता है।
भूकंप से पूर्व में कई बार कश्मीर में तबाही आ चुकी है। आठ अक्तूबर 2005 के दिन कश्मीर में 7.6 तीव्रता वाला भूकंप आया था। इसमें भारत और पाकिस्तान के 80 हजार लोग मारे गए थे।